लंदन
ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के चुनाव में हैकिंग का खतरा मंडरा रहा है। खबर है कि एक चेतावनी के बाद कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के मतदान में देरी हुई है। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद देश के पीएम पद की दौड़ में पूर्व वित्तमंत्री ऋषि सुनक और विदेश सचिव लिज ट्रस का नाम आगे चल रहा था। खबरें आई थी कि इस रेस में ट्रस को बढ़त मिलती दिख रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गवर्नमेंट कम्युनिकेशन्स हेडक्वार्टर्स (GCHQ) स्पाई एजेंसी की तरफ से चेताया गया कि साइबर हैकर्स बैलेट को बदल सकते हैं। हालांकि, यह कहा गया है कि कोई खास जोखिम का जिक्र नहीं किया गया था और सलाह सामान्य थी। इसमें वोटिंग की प्रक्रिया से जुड़ी बातों को शामिल किया गया था।
खबर है कि पार्टी को करीब 1 लाख 60 हजार सदस्यों को अभी भी पोस्ट बैलेट जारी किए जाने हैं, जो 11 अगस्त तक आ सकते हैं। खास बात है कि बैलेट पहले सोमवार से भेजे जाने थे। वहीं, चिंताओं के चलते कंजर्वेटिव पार्टी को अपनी उस को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जिसमें अगले नेता के चुनाव के लिए सदस्यों को वोट बदलने की अनुमति दी जानी थी।
GCHQ का हिस्सा नेशनल साइबर सिक्युरिटी सेंटर (NCSC) के प्रवक्ता ने कहा है कि कंजर्वेटिव पार्टी को सलाह दी गई है। उन्होंने कहा, 'ब्रिटेन के लोकतांत्रिक और चुनावी प्रक्रिया की रक्षा करना है और हम साइबर सिक्युरिटी पर मार्गदर्शन और मदद के लिए सभी संसदीय राजनीतिक दलों, अथॉरिटीज और सांसदों के साथ काम करते हैं।'