भोपाल
प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति ने शुक्रवार को करीब 120 एमबीए, बीई, एमटेक और एमसीए कॉलेजों की फीस तय कर दी है। इसमें इंजीनियरिंग और एमबीए की न्यूनतम फीस 39 हजार निर्धारित की गई है। कुछ इंजीनियरिंग कॉलेजों की फीस पांच हजार रुपए कम निर्धारित की गई है। एमबीए और बीई की औसतन फीस पचास हजार रुपए है।
फीस कमेटी ने अब तकनीकी शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त कॉलेजों की फीस निर्धारित करना शुरू कर दिया है। इंजीनियरिंग और एमबीए कॉलेजों ने अपनी फीस एक लाख रुपए सालाना तक मांगी थी। फीस कमेटी ने उन्हें शुक्रवार को सुनवाई में तलब किया, तो वे मांगी हुई फीस का पक्ष और खर्चे का हिसाब नहीं दे सके। इसके चलते कमेटी ने उनकी भी दलीलों को दरकिनार कर बैलेंस शीट का परीक्षण कर न्यूनतम फीस 39 हजार रुपए निर्धारित कर दी है। करीब 120 कॉलेजों के हिसाब से इंजीनियरिंग और एमबीए की औसतन फीस करीब पचास हजार रुपए सालाना निर्धारित की गई है। अब विद्यार्थी एमबीए ओर इंजीनियरिंग में न्यूनतम 39 हजार की फीस जमा कर डिग्री ले सकेंगे।
एमबीए में पहुंचे 39 नए कॉलेज
वर्तमान सत्र में एमबीए के 39 कॉलेज तकनीकी शिक्षा विभाग की काउंसिलिंग में भागीदारी करेंगे। पहली बार उनकी फीस निर्धारित की जा रही है, इसलिए उनके पास कोई बैलेंस शीट नहीं है। फीस कमेटी ने न्यूनतम फीस 39 हजार रुपए सालाना तय कर दी है। अगले सत्र में जब वे वर्तमान सत्र की बैलेंस शीट प्रस्तुत करेंगे, तो उनकी वास्तविक फीस निर्धारित कर दी जाएगी।
अभी और दौर बाकी
विभाग इंजीनियरिंग, एमबीए, फर्मेसी, एमसीए, एमटेक की काउंसलिंग अगस्त के दूसरे सप्ताह में शुरू कर सकता है। इसलिए फीस कमेटी विभाग के सभी कोर्स की फीस आगामी सप्ताह तक निर्धारित कर देगा। इसके लिए कमेटी में कॉलेजों की सुनवाई का दौर शुरू हो गया है।