मुंबई
शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शनिवार को मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं। यह मामला एक 'चॉल' के पुनर्विकास में अनियमितताओं और उससे संबंधित लेनदेन से जुड़ा है। ईडी ने इस मामले में संजय राउत को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय एजेंसी ने इस सप्ताह की शुरुआत में वर्षा राउत को समन भेजे थे। इसके बाद वह शनिवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के कार्यालय पहुंचीं। ईडी उन्हें संजय राउत और इस मामले के अन्य आरोपियों के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है। ईडी कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
1,034 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले की जांच
केंद्रीय एजेंसी मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा 'चॉल' के पुनर्विकास से जुड़े 1,034 करोड़ रुपये के कथित जमीन घोटाले की जांच कर रही है। ईडी ने इस मामले में राज्यसभा सदस्य संजय राउत को एक अगस्त को गिरफ्तार किया था। स्थानीय अदालत ने गुरुवार को उन्हें आठ अगस्त तक हिरासत में भेज दिया था।
राउत का किसी भी गड़बड़ी से इनकार
ईडी ने अदालत को बताया था कि संजय राउत और उनके परिवार को आवास पुनर्विकास परियोजना में कथित अनियमितताओं के जरिए जमा की गई एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मिली थी। हालांकि, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत (60) ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था और अपने खिलाफ दर्ज ईडी के मामले को फर्जी बताया था।