भोपाल
आजादी के 75वें वर्ष का उल्लास मना रहे देश में स्वतंत्रता दिवस के पहले चीता आने की पूरी संभावना है। अफ्रीकी देश नामीबिया से श्योपुर जिले के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में 13 अगस्त तक चीते लाए जाने के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। हालांकि मंत्रालय ने अभी आधिकारिक रूप से तारीख का ऐलान नहीं किया है।
वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्ल्यूआइआइ) देहरादून के वैज्ञानिक डॉ.वायव्ही झाला को नामीबिया भेजा गया है। ये वहां चीते लाने के रूट चार्ट और वैज्ञानिकों-डॉक्टरों से चर्चा करेंगे।
डब्ल्यूआइआइ की टीम के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी रहेगी। डॉ. झाला नामीबिया में तय करेंगे कि कौन से चीतों को कूनो पालपुर में लाना उपयुक्त होगा। वे देखेंगे कि चीते कम उम्र और स्वस्थ्य हों। सूत्रों के अनुसार, चीतों को 12 अगस्त को अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के ओआर टैम्बो हवाई अड्डे से रवाना किया जाएगा।
विशेष विमान से चीता 13 अगस्त को दिल्ली पहुंचेंगे। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 13 अगस्त को कूनो नेशनल पार्क पहुंच सकते हैं।
सरकार के पास जानकारी नहीं
कू नो पालपुर में चीते कब आएंगे, इस संबंध में राज्य सरकार को अधिकृत सूचना नहीं मिली है। केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने राज्य से यह भी साझा नहीं किया कि चीते कितने आ रहे हैं। बताया जाता है कि चीतों को जहां रखा जाएगा, वहां के मैदानी अमले को उसके व्यवहार और देखभाल के संबंध में जानकारी नहीं दी गई है।
20 जुलाई को हुआ है करार
चीता लाने के लिए 20 जुलाई को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच करार हुआ था। पार्क में अलग-अलग चरणों में चीता लाने की तैयारी है।
कूनो नेशनल पार्क में अभी 21 चीता रखने की क्षमता है। विस्तार के बाद 36 चीता रखे जा सकेंगे, जो अलग-अलग चरणों में भेजे जाने की संभावना है।
यहां से आएंगे चीता
दक्षिण अफ्रीका (नामीबिया, बोत्सवाना और जिम्बाब्वे) से चीता लाने की तैयारी है। पहले चरण में 12 चीता लाए जाएंगे। इनमें 6 नर तो 6 मादा होंगे। ये विशेष बाड़े में रहेंगे।