इस्लामाबाद
पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान को सरकारी खजाने के संग्रह के संबंध में नोटिस जारी किया है। ECP ने इमरान खान को 18 अगस्त को पेश होने का निर्देश दिया है। इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी भंडार से अधिकांश सामान मुफ्त लिया था।
क्या है इमरान खान पर आरोप
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) द्वारा उनके खिलाफ एक याचिका दायर की गई थी। जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान के चुनाव आयोग की तरफ से नोटिस जारी किया गया। पीडीएम ने यह दावा करते हुए कहा था कि इमरान को 14 करोड़ रुपये के 58 उपहार मिले, जिनके बदले उन्होंने बहुत कम राशि का भुगतान किया। उन पर यह भी आरोप लगाया गया था कि इमरान खान ने अपने द्वारा लिए गए उपहारों का खुलासा नहीं किया और अपने इसकी जानकारी छुपाई।
सरकारी खजाने से तीन महंगी घड़ियां बेचने का लगा आरोप
पाकिस्तानी कानून के मुताबिक विदेशी मेहमानों से मिले उपहारों को तोशखाने में जमा कराना अनिवार्य है। उपहार की कीमत की कम से कम आधी राशि का भुगतान करके उसे व्यक्तिगत संपत्ति के रूप में रखा जा सकता है। इसके माध्यम से अर्जित धन को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले महीने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने सरकारी खजाने से तीन महंगी घड़ियां एक स्थानीय घड़ी डीलर को सामूहिक रूप से 1.54 मिलियन पाकिस्तानी रुपये (पीकेआर) से अधिक की बेची थी
इमरान खान ने 14 करोड़ रुपए में बेचे तोहफे- शहबाज शरीफ
द न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने बताया कि इमरान खान ने कथित तौर पर विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा उन्हें उपहार में दी गई इन महंगी घड़ियों से लाखों रुपये कमाए। पाकिस्तान दैनिक ने दस्तावेजों और बिक्री रसीदों का हवाला देते हुए कहा कि पीटीआई प्रमुख ने पहले घड़ियां बेचीं और फिर प्रत्येक का 20 प्रतिशत सरकारी खजाने में जमा किया। इसमें कहा गया है कि लाखों रुपये के इन उपहारों को तोशाखाना में कभी जमा नहीं किया गया। इस साल अप्रैल में शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर दुबई में 14 करोड़ रुपये के तोशाखाना उपहार बेचने का आरोप लगाया था। शहबाज ने कहा था कि इमरान खान ने दुबई में 14 करोड़ रुपए में ये तोहफे बेचे हैं। उन्होंने कहा कि महंगे उपहारों में हीरे के आभूषण सेट, कंगन और कलाई घड़ी शामिल हैं।