नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 'रेवड़ी कल्चर' को लेकर पलटवार करते हुए कहा है कि जो लोग बच्चों की मुफ्त शिक्षा, इलाज बिजली-पानी को मुफ्त रेवड़ी कहते हैं वे देश के गद्दार हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को देश का गद्दार घोषित किया जाए और गिरफ्तार करके सजा दी जाए, जिन्होंने अमीरों का 10 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया है। अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त शिक्षा, मुफ्त इलाज और मुफ्त पानी देने वाले देशों का जिक्र करते हुए कहा कि उन देशों में दोस्तों का कर्जा माफ नहीं किया गया, जनता को सुविधा दी गई। दिल्ली के सीएम ने देश में सभी बच्चे को मुफ्त शिक्षा, हर परिवार को 300 यूनिट मुफ्त बिजली, हर बेरोजगार को भत्ता देने की मांग की है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''मैं 130 करोड़ लोगों की ओर से सरकारों से मांग करता हूं कि देश में हर बच्चे के लिए अच्छी और मुफ्त शिक्षा का इंतजाम किया जाए। इस देश में पैदा होने वाले हर बच्चे का अधिकार है यह फ्री की रेवड़ी नहीं है। इसे फ्री रेवड़ी कहने वाले देश के गद्दार हैं। मैं मांग करता हूं कि देश के हर व्यक्ति के लिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था हो। मैं मांग करता हूं कि देश के हर परिवार को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिले। मैं मांग करता हूं कि जब तक रोजगार ना मिल जाए हर बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता मिले। मैं मांग करता हूं कि जिन लोगों ने दोस्तों के 10 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया, कानून लाया जाए इसको देश के साथ गद्दारी घोषित किया जाए। दोस्तों के बैंकों के कर्ज माफ करने वालों को गिरफ्तार करके सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। कौन हैं ये दोस्त, पहले वो इनके दोस्त थे अब ये इनके दोस्त हैं। लोग वहीं हैं, पहले वे कर्ज माफ करते थे अब ये करते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए कि जिन लोगों के कर्ज माफ किए उन्होंने कितना इन्हें चंदा दिया। देश में एक पार्टी है जो परिवारवाद करती है और देश में एक पार्टी है जो दोस्तवाद करती है। अब संकल्प लेने का वक्त है कि हम परिवारवाद और दोस्तवाद खत्म करेंगे और भारतवाद लेकर आएंगे।''
मुफ्त सुविधाएं देने वाले देश अमीर: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त शिक्षा, इलाज और पानी देने वाले देशों का जिक्र करते हुए कहा कि इन देशों में दोस्तों का कर्ज माफ नहीं किया गया, बल्कि जनता को मुफ्त सुविधाएं दी गईं और इसलिए ये देश अमीर हैं। उन्होंने कहा, ''दुनिया में 39 अमीर देश ऐसे हैं जहां बच्चों को फ्री शिक्षा दी जाती है। इनमें 27 देश ऐसे हैं जो 12वीं तक मुफ्त शिक्षा देते हैं। वे देश अमीर इसलिए बने क्योंकि वे बच्चों को मुफ्त शिक्षा देते हैं, डेनमार्क, कनाडा, स्पेन मुफ्त शिक्षा देते हैं। मैंने इन सारे देशों को स्टडी किया इनमें से कोई भी देश अपने दोस्तों के कर्जे माफ नहीं करता। कई देश ऐसे हैं जो फ्री पानी देते हैं, आयरलैंड हैं, साउथ अफ्रीका है, लेकिन कोई भी देश अपने दोस्तों के कर्जे माफ नहीं करते। 9 देश ऐसे हैं जो सभी लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त देते हैं। 16 देश ऐसे हैं जो अपने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देते हैं, अमेरिका, फिनलैंड जर्मनी। वहां इन्हें गाली नहीं दी जाती है, रेवड़ी नहीं कहा जाता है।''
'मुफ्त शिक्षा, इलाज बंद कराने के बनाया जा रहा माहौल'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में जनता को मुफ्त सुविधाएं देने के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ''आज माहौल बनाया जा रहा है कि देशभर में जो बच्चों को फ्री शिक्षा दी जा रही है वह बंद हो। देश 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, इस दौरान जब यह सुनते हैं तो दुख होता है। मुझे तो लगता है कि हमें पूरी प्लानिंग करनी चाहिए थी कि 75 साल में जो कमी रह गई, उसे पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम करेंगे। ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि सारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज बंद होगा। हर चीज के पैसे लिए जाएंगे। दवा, सर्जरी के पैसे लिए जाएंगे। जिसके पास पैसे हैं वह इलाज कराए और जिसके पास नहीं है वह मर जाए सरकार की बला से। ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि आम जनता को मुफ्त बिजली देना गुनाह है। सिर्फ मंत्रियों को मुफ्त बिजली मिले। ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि मुफ्त पानी देना गुनाह है। जो ये माहौल बना रहे हैं, इन लोगों ने कुछ चंद लोगों का 10 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया। कहा जा रहा है कि उन चंद लोगों में कई इनके दोस्त थे। वह चलना चाहिए उसके लिए कोई बात नहीं कर रहा है। सरकारी पैसे बच्चों को इलाज नहीं मिलना चाहिए।''