हिसार
शहर के सबसे पुराने क्षेत्रों में से एक कैंप क्षेत्र में करीब 25 हजार की आबादी के घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। पेयजल लाइन से कहीं सीवरेज लाइन लीकेज होने कारण नलों से कुछ देर काला और फिर मटमैला पानी सप्लाई हो रहा है। जिस कारण इस क्षेत्र में नालों से आ रहे गदे पानी ने रोगियों की संख्या बढ़ा दी है। गंदे पानी के कारण लोगों को पेट से जुड़ी कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये है कि सामान्य अस्पताल में भी ओपीडी में ही रोजाना पेट के रोगी से काफी भीड़ रहती है। इस स्थति के बाद भी जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए है।
मानसून के शुरुआत से आ रहा गंदा पानी
क्षेत्रवासियों ने कहा कि मानसून से गंदा पानी नालों में सप्लाई हो रहा है। तब से अब तक लगातार शिकायतें कर रहे है। लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ है। अब भी लगातार सप्लाई में गंदा पानी आ रहा है। स्थिति यह बनी हुई है कि प्रतिदिन मटमैला व दूषित पानी आना अब सबसे बड़ी परेशानी का सबब बन गया है। कैंप क्षेत्र में पटेल नगर, वाल्मीकि बस्ती, लक्ष्मी विहार, गांधी नगर, आठ मरला कालोनी में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है।
सीएम तक को भेज चुके शिकायत, समाधान का इंतजार
जिस क्षेत्र में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। उस क्षेत्र में वार्ड पार्षद भी सत्ता पक्ष की टिकट पर जीता हुआ है और यह वार्ड शहर के पुराने क्षेत्र में से एक है। बावजूद इसके इस क्षेत्र में लागातार दूषित पानी आना और उस समस्या का समाधान न होना भी चिंता का विषय बना हुआ है। बात समाधान की करे तो आलम ये है कि पार्षद महेंद्र जुनेजा ने प्रदेश मुख्यमंत्री तक को दूषित पेयजल की शिकायत कर चुके है लेकिन अफसर है कि समाधान नहीं कर रहे है।
क्षेत्र में फेल रही पेट की बीमारियां
पार्षद ने बताया कि दूषित पानी सप्लाई के कारण उनके वार्ड में पेट के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पेट रोग सहित अन्य बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बारिश के मौसम में इनकी संख्या बढ़ती है। अशुद्धा पेयजल से पीलिया, डायरिया सहित पेट की बहुत सी बीमारियां हो रही है।