छिन्दवाड़ा
निजी स्कूल की तर्ज पर ही सरकारी स्कूलों में प्री प्राइमरी यानी कि केजी 1 और केजी 2 की कक्षाएं शुरू की गई थी. जिले भर में कुल 469 प्री प्राइमरी स्कूल खोले गए, लेकिन इनमें से 31 स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है. जिले के इन 31 प्री प्राइमरी स्कूल को बीच सत्र में बंद करने के कारण, अब स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है.
बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता कहां पढ़ाएंगे
बीच सत्र में स्कूल बंद होने से इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दूसरी जगह एडमिशन के लिए भटकना पड़ रहा है. परिजनों का कहना है कि, अचानक से ऐसा फरमान जारी कर दिया गया है, जिसकी वजह से कहीं पर भी एडमिशन मिलना मुश्किल होगा. हालांकि इस मामले में विभाग के अधिकारी भी कुछ नहीं बता रहे हैं. किंतु अभिभावकों और छात्रों बीच भंवर में फंस गए हैं.
सबसे ज्यादा स्कूल छिंदवाड़ा विकासखंड में हुए बंद
छिंदवाड़ा में कुल 469 प्री प्राइमरी स्कूल खोले गए थे, जिसमें जिले के अमरवाड़ा विकासखंड के 6, छिंदवाड़ा के 15, मोहखेड़ के पांच, पांढुर्ना के तीन और परासिया के दो स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. इन्हें बंद करने के पीछे अधिकारी एक शाला एक परिसर सहित अन्य कारण भी बता रहे हैं. हालांकि अभी छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में 37, छिंदवाड़ा में 84, चौरई में 57, मोहखेड़ में 59, पांढुर्ना में 40, परासिया में 66, सौसर में 25, बिछुआ में 25, हर्रई में 25, जुन्नारदेव में 25 और तामिया में 25 स्कूल संचालित हो रहे हैं.
आदेश को लेकर विभाग भी उलझन में
साल 2018 में जिले में कुल 469 प्री प्राइमरी स्कूल खुले. इनमें से इस साल 2021-22 में ही 31 प्री प्राइमरी स्कूल बंद करने के आदेश जारी हो गए थे. जबकि स्थानीय अधिकारियों की मानें तो, इनके पास 15 जुलाई के आसपास ये पत्र आया है ,इसके बाद इन स्कूलों को बंद किया जा रहा है. यदि इस आदेश की मानें तो, स्कूलों में इस सत्र के केजी वन और पिछले सत्र से पास होकर आए केजी 2 के विद्यार्थियों को परेशानी होगी. जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी जेके इरपाची का कहना है कि, 'जिले के 31 प्री प्राइमरी स्कूल को बंद किया गया है. इन्हें दोबारा शुरू कराने के लिए पत्र लिखा गया है, जल्द ही इसका भी निर्णय आएगा'.