नई दिल्ली।
नीतीश कुमार ने आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उन्होंने एनडीए से नाता तोड़ते हुए राज्य में महागठबंधन की सरकार बनाई है। इस नई सरकार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के अलावा चार अन्य छोटे-छोटे दल भी शामिल हैं। हालांकि, जेडीयू और आरजेडी के पास ही बहुमत के लिए प्रयाप्त संख्याबल हैं। नीतीश कुमार के शपथग्रहण के बाद कल पटना में बधाईयों का तांता लगा रहा। हालांकि, विपक्ष की तरफ से बधाई देने में कंजूसी स्पष्ट देखी जा रही है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि उनकी पार्टी के नेता उन्हें 2024 के चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर देख रहे हैं।
राहुल, ममता, केजरीवाल ने नहीं दी बधाई
सोशल मीडिया का दौर है। बड़े से छोटे नेता बधाई देने के लिए ट्विटर का सहारा लेते हैं। नीतीश कुमार के द्वारा बिहार की बागडोर संभालने के बाद कई बड़े नेताओं ने बधाई देने से खुद को किनारा कर लिया है। उन नेताओं में कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, उनकी बहन और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे नाम शामिल हैं। हालांकि, एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने जरूर ट्वीट कर उन्हें और तेजस्वी यादव को बधाई दी है।
अखिलेश ने दी बधाई, लेकिन PM कैंडिडेट की बात को नाकारा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार को बधाई तो जरूर दी है, लेकिन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के दावे का नकार दिया। एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने इससे जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि पीएम का चेहरा यूपी से हो सकता है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि इतनी बड़ी राजनीति मैं नहीं करता हूं। देश को पीएम पद का चेहरा मिलेगा। ये कौन होगा इसका वो जवाब नहीं दे सकते हैं।
चिराग पासवान ने तेजस्वी को दी बधाई, नीतीश पर तंज
लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने उपमुख्यमंत्री बनने पर तेजस्वी यादव को ट्वीट कर बधाई तो जरूर दी, लेकिन वह नीतीश कुमार पर तंज कसने से नहीं रुके। उन्होंने लिखा, ''बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री बनने पर तेजस्वी यादव जी आपको ढेरों शुभकामनाएं। बिहार आपसे विकास की उम्मीद रखता है। आप के नए सहयोगी से अभी तक बिहारवासियों को विकास में निराशा ही प्राप्त हुई है। आप को एक बार पुनः बधाई।''