नई दिल्ली
श्रेयस अय्यर ने 2022 में अभी तक टीम इंडिया की ओर से सबसे ज्यादा टी20 इंटरनेशनल रन बनाए हैं, लेकिन बावजूद इसके उन्हें एशिया कप 2022 के लिए भारतीय स्क्वॉड में जगह नहीं मिली है। अय्यर हालांकि स्टैंडबाय खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं, जिसमें उनके अलावा दीपक चाहर और अक्षर पटेल भी हैं। शॉर्ट बॉल पर अय्यर की कमजोरी जगजाहिर हो चुकी है और उनके टीम से बाहर होने की यह भी एक बड़ी वजह है। अय्यर की इस कमजोरी को लेकर टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी। टीम के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने इसकी जानकारी दी है।
क्रिकेट डॉट कॉम पर श्रीधर ने कहा, 'यह परेशानी पहले से है, हम इसे पहले भी देख चुके हैं, ऐसा नहीं है कि यह अभी की बात है। मुझे 2018 में पोर्ट एलिजाबेथ का एक किस्सा याद है। श्रेयस अय्यर ने अपना डेब्यू श्रीलंका के खिलाफ भारत में किया था और इसके तुरंत बाद हम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर मल्टी फॉर्मेट सीरीज के लिए गए थे। अगर मैं गलत नहीं हूं तो अय्यर को चौथे वनडे इंटरनेशनल में खेलने का मौका मिला था। वह मोर्न मोर्केल के सामने बैटिंग करने गया, मोर्केल ने उसे शॉर्ट गेंद फेंकी और उसने थर्ड मैन पर हवा में खेल दिया।'
उन्होंने आगे कहा, 'रवि शास्त्री उस समय मेरे बगल में बैठे हुए थे, उन्होंने कहा- श्री, ये बच्चे पर बहुत काम करना पड़ेगा। शास्त्री ने बस एक गेंद देखी थी, मुझे यकीन है कि अय्यर इस पर कड़ी मेहनत कर रहे होंगे। हेड कोच राहुल द्रविड़, बैटिंग कोच विक्रम राठौर जैसे बड़े नाम हैं, दोनों मिलकर अय्यर को इस कमजोरी से बाहर निकालने पर काम कर रहे होंगे। उसके पास मुंबई में अपना पर्सनल कोच भी होगा मुझे लगता है वह उससे भी बात कर रहा होगा।'
श्रीधर ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह सबकुछ आपके दिमाग में होता है। अय्यर सुपर फिट है, उसके पास अच्छी तकनीक है। उसने जिस दिन शॉर्ट पिच गेंद का तोड़ निकाल लिया, उसके बाद गेंदबाजों को उसको आउट करना मुश्किल हो जाएगा। यह सिर्फ समय की बात है कि वह इस कमजोरी से कैसे और कब निपटता है।'