श्रीनगर
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि इस वर्ष श्री अमरेश्वर धाम की तीर्थयात्रा में 3.65 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। बीते पांच वर्षों में पवित्र गुफा की तीर्थयात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की यह अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पवित्र गुफा के पास अत्याधिक वर्षा से तीन दिन तक तीर्थयात्रा भी बाधित रही है जबकि 44 दिनों की यात्रा में 20 दिनों के दौरान यात्रा मार्ग पर मौसम खराब रहा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पहली बार आरएफआइडी चिप का इस्तेमाल किया गया और इसकी मदद से ही एक बालिका जो यात्रा के दौरान अपने परिजनों से बिछुड़ गई थी, जल्द ही ढूंढ ली गई। उन्होंने बताया कि इस वर्ष तीर्थयात्रा के दौरान आतंकियों ने कई बार खलल डालने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षाबलाें उन्हें यात्रा मार्ग के आसपास तक फटकने नहीं दिया। तीर्थयात्रा सुरक्षित और शांत वातावरण में संपन्न हुई है।
श्रीनगर में राजभवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इस बार पहले की अपेक्षा श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आरएफआइडी चिप का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की हर सुख-सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया।
20 दिन मौसम खराब न रहता तो श्रद्धाुलओं की संख्या बढ़ती
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हम यात्रा के लक्ष्य को लेकर खरे उतरे हैं। 44 दिन की इस यात्रा के दौरान 20 दिन मौसम भी खराब रहा। अगर मौसम अनुकूल रहता तो अमरनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा निश्चित तौर पर बढ़ता। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों से अगर इस वर्ष की तुलना की जाए तो इस वर्ष कश्मीर में देश-विदेश से रिकार्डतोड़ संख्या में पयर्टक आए हैं और अमरनाथ यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या भी उम्मीद के अनुरूप ही रही है।