जिले की शक्तिपीठ दंतेश्वरी मंदिर में रक्षा सूत्रों की पूजा कर देवी दंतेश्वरी, भुवनेश्वरी माता, मणिकेश्वरी माता एवं अन्य देवी-देवताओं को अर्पित कर सेवादारों में बांटा गया। मंदिर के पुजारियों ने बताया कि देवी को चढ़ाए जाने वाले रक्षा सूत्र कच्चे धागे से बनाए जाते हैं। इस कच्चे धागे को चढ़ाने से पहले ऐतिहासिक दंतेश्वरी सरोवर में धोकर सुखाया हुआ होता है। बाद में इसी सरोवर से जल लाकर इसे सिंचित करते हैं। इसे रंगने के लिए कृत्रिम रंग नहीं, बल्कि हल्दी और चूने का उपयोग करते हैं। रक्षासूत्र पूजन में मंदिर के पुजारी, कर्मचारी, सेवादार व श्रद्धालु शामिल हुए।