नोएडा
नोएडा में घर खरीदना और उद्योग लगाना अब महंगा हो गया है। नोएडा प्राधिकरण ने आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत और ग्रुप हाउसिंग के भूखंड की दरें 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ा दी हैं। प्राधिकरण की गुरुवार को हुई बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए भू-दरों का निर्धारण समेत 20 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
ए प्लस कैटेगरी के सेक्टर में कोई बढ़ोतरी नहीं
प्राधिकरण ने भूखंडों की कीमतें बढ़ाई हैं, लेकिन आवासीय भवनों की दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई। आवासीय सेक्टर में आवंटन दरें 20 प्रतिशत बढ़ाई गई हैं। सबसे पॉश ए प्लस कैटेगरी के सेक्टर में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। इस कैटेगरी में सेक्टर-14ए, 15ए और सेक्टर-44 के ए और बी ब्लॉक आते हैं। ग्रुप हाउसिंग, इंस्टिट्यूशनल, आईटी और आईटीईएस कैटेगरी की लैंड में भी आवंटन दरें बढ़ाई गई हैं। सीईओ रितु महेश्वरी ने बताया कि आवासीय भूखंडों के ई श्रेणी वाले सेक्टर में दरें 36,200 से बढ़ाकर 41 हजार 250 रुपये प्रति वर्ग मीटर की गई हैं। ए, बी, सी और डी श्रेणी के सेक्टर और संस्थागत उपयोग की श्रेणी के भूखंडों (आवासीय दरों से लिंक न होने वाले) की कीमतों में 20 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। वहीं, औद्योगिक श्रेणी के फेस-1 और फेस-3 में 20 प्रतिशत और फेस-2 में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई।
प्लॉट निर्माण में मिला छह माह का अतिरिक्त समय
कोरोना के चलते लोगों को प्लॉट निर्माण करने के लिए मिली छह महीने के टाइम एक्सटेंशन की निशुल्क छूट दी गई है। कोरोना के कारण काफी समय तक लॉकडाउन में निर्माण कार्य बंद रहे थे। लोगों की परेशानियों को देखते हुए आवंटियों को पूर्व में दी गई छह माह की मोहलत के साथ ही छह माह अतिरिक्त जोड़ते हुए एक वर्ष का निशुल्क समय दिया गया है।
जेपी के प्रॉजेक्ट के पूरा करने का समय निर्धारित
जेपी इंफ्राटेक के अधूरे प्रॉजेक्ट को पूरा करने के लिए कोर्ट से लंबी लड़ाई के बाद सुरक्षा एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन एनसीएलटी से आदेश ना होने के चलते अभी काम शुरू नहीं हुआ है। बोर्ड बैठक में प्राधिकरण ने प्लॉट आवंटन की शर्तों को आधार बनाते हुए इन्हें पूरा करने का समय 31 दिसंबर 2025 निर्धारित कर दिया है।