भारत और फ्रांस की दोस्ती का नमूना, लॉन्ग रेंज मिशन के बीच सुलूर में उतरे राफेल विमान

नई दिल्ली
 
अमेरिका के बाद अब फ्रांस के साथ भी भारत की दोस्ती का नमूना देखने को मिला है। फ्रांस की वायुसेना के विमानों का एक बेड़ा भारत के सुलूर एयरफोर्स स्टेशन पर रुका। इसमें तीन राफेल विमान शामिल थे। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लंबी दूरी की तैनाती के लिए ये विमान उड़ान भर रहे थे। फ्रांस की वायुसेना इस समय हिंद प्रशांत क्षेत्र में लॉन्ग रेंज मिशन 'पेगासे 22' पर है।

इस मिशन के पहले चरण में फ्रांस अपनी लॉन्ग रेंज एयर पावर को दिखाएगा। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद विमानों को बेड़ा 72 घंटे के अंदर हिंद प्रशांत में स्थित फ्रांस की न्यू कैलडोनिया टेरिटरी तक उड़ान भरेगा। इसी अभियान को पूरा करने के बीच में फ्रांस के विमान तमिलनाडु के सुलूर में 10-11 अगस्त के बीच रुके। मिशन पेगासे 22 10 अगस्त को शुरू हुआ है और यह 18 अगस्त को खत्म होगा।

फ्रांस के इस बेडे़ में तीन राफेल विमान के अलावा अन्य विमान भी थे। सुलूर में ये विमान शाम को लैंड हुए। रिफ्यूलिंग के बाद सुबह के समय विमानों ने न्यू कैलिडोनिया के लिए उड़ान भरी। फ्रांस के दूतावास ने इस बात की जानकारी दी है। एक बयान में कहा गया, 'यह ऑपरेशन भारत और फ्रांस के बीच आपसी विश्वास और सहयोग को दिखाता है। अब दोनों ही सेनाएं राफेल जेट उड़ाएंगी और यह रिश्ता और मजबूत होगा।'

इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना की भूमिका के बारे में बताते हुए फ्रांस के राजदूत ने कहा, यह लॉन्ग रेंज मिशन हमारे मित्रों के  प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। हम इस मिशन के लिए भारत पर भरोसा करते हैं। भारत एशिया में हमारा सबसे अग्रणी रणनीतिक सहयोगी है। इस मिशन के बाद ऑस्ट्रेलिया में फ्रांस पिच ब्लैक अभ्यास शुरू करेगा। यह 17 अगस्त से 10 सितंबर तक चलेगा। भारतीय वायुसेना भी ऑस्ट्रेलिया, जापान, जर्मनी, अमेरिका, इंडोनेशिया, सिंगापुर. यूके और साउथ कोरिया के साथ अभ्यास में शामिल होगी।

 

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