भोपाल
समय की पाबंदी, काम के प्रति लगनशीलता, समर्पण, सरकारी योजनाओं, नियमों, निर्देशों का ज्ञान, अतिरिक्त कार्य लेने के प्रति तत्परता ही सरकारी कर्मचारियों को पुरस्कार दिलाएगी। राज्य सरकार ने सुशील चंद्र वर्मा पुरस्कार के लिए इन मापदंडों पर अंक निर्धारित किए है। प्रदेश के उत्कृष्ट कर्मचारी को सुशीलचंद्र वर्मा पुरस्कार प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने चयन के लिए उनके काम के आधार पर उनकी मार्किंग करने का निर्णय लिया है। कुल दस बिन्दुओं पर दो-दो अंक तय किए गए है।
इसमें जनसामान्य के प्रति कर्मचारियों के व्यवहार एवं संवेदनशीलता, कार्यालय में उपस्थिति और नियमितता, योजना बनाने की योग्यता नस्तियों का रखरखाव, कम्प्यूटर पर काम के संबंध में ज्ञान, कार्य की गुणवत्ता को लेकर दो-दो अंक तय किए गए है। कर्मचारियों से उनके कार्य का विवरण, शाखा के कार्य को बेहतर बनाने के संबंध में सुझाव, शाखा एवं कर्मचारियों की क्षमता को बढ़ाने के संबंध में सुझाव भी लिए जाएंगे। कर्मचारियों द्वारा एक साल में किए गए काम, उन्हें मिले पुरस्कार की जानकारी भी ली जाएगी।
गोपनीय प्रतिवेदन के मतांकन पर मिले अंक, कर्मचारी की विभागीय जांच, ईओडब्ल्यू अथवा लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज नहीं होंने की जानकारी भी ली लाएगी। इन सभी जानकारियों के आधार पर सुशीलचंद्र वर्मा उत्कृष्ट कर्मचारी पुरस्कार के लिए योग्य कर्मचारी का चयन किया जाएगा। इसके लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर रखी गई है।
50 हजार रुपए का पहला पुरस्कार
सुशील चंद्र वर्मा पुरस्कार के रुप में प्रथम श्रेणी से लेकर चतुर्थ श्रेणी के शासकीय कर्मचारियों को अलग-अलग तीन पुरस्कार मिलेंगे। प्रथम पुरस्कार पचास हजार, द्वितीय पुरस्कार तीस हजार और तृतीय पुरस्कार दस हजार रुपए दिया जाएगा।