भोपाल
ऊर्जा के व्यय, अपव्यय के प्रति लोगों में समझ विकसित करने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा आरंभ किये गये ऊर्जा साक्षरता अभियान में 5 लाख से अधिक लोगों ने पंजीयन कराया है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने पंजीकृत लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के साथ पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में दिये गये योगदान के लिये सभी धन्यवाद के पात्र हैं। बिजली बनाने से कही अधिक महत्वपूर्ण बिजली को बचाना है।
मंत्री डंग ने कहा कि बिजली बनाने में उपयोग होने वाले कोयले से कार्बन-डाई-ऑक्साइड उत्पन्न होती है, वहीं बचाई गई बिजली प्रदेश के विकास में सहायक बनती है। मंत्री डंग ने पंजीकृत लोगों से अपील की है कि वे अपने आस-पड़ोस, घर-परिवार और कार्यालय के लोगों को भी अभियान से जोड़ें।
प्रदेश में अब तक ऊर्जा साक्षरता अभियान से 5 लाख 95 हजार लोग जुड़ चुके हैं। इनमें सर्वाधिक 54 हजार 732 शाजापुर जिले में, 32 हजार 797 बालाघाट, 24 हजार 294 नरसिंहपुर, 20 हजार 325 जबलपुर, 19 हजार 168 शहडोल और 18 हजार 888 टीकमगढ़ जिले में पंजीकृत हुए हैं। स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में अभियान का हिस्सा बन रहे हैं।