मुंबई।
चुनाव आयोग द्वारा पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर रोक लगाने के एक दिन बाद शिवसेना ने नामों और चुनाव चिह्नों की एक सूची सौंपी है। इसमें पार्टी का नाम शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) और चुनाव सिह्न के रूप में त्रिशूल का विकल्प प्रमुख है। इस बात की संभावना है कि शिंदे गुट आज चुनाव आयोग को अपना विकल्प सौंप सकता है। आपको बता दें कि शिवसेना इन दिनों एक अजीबोगरीब स्थिति से जूझ रही है। 3 नवंबर को अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। इससे पहले शिवसेना के सिंबल को फ्रीज कर दिया गया है। इसके बाद ठाकरे कैंप ने चुनाव आयोग से जल्द से जल्द एक नाम और चुनाव चिह्न आवंटित करने का आग्रह किया था।
शिवसेना के वकील विवेक सिंह ने चुनाव आयोग को पसंदीदा नामों की एक लिस्ट सौंपी है। इस लिस्ट में शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और शिवसेना (बालासाहेब प्रबोधनकर ठाकरे) जैसे नाम शामिल हैं। वहीं, चुनाव चिह्न के तौर पर त्रिशूल को सबसे ऊपर रखा गया है। उसके बाद उगते सूरज और मशाल को शामिल किया गया है।
आपको यह भी बता दें कि ठाकरे गुट द्वारा सुझाए गए चिह्न चुनाव आयोग के पास उपलब्ध 197 प्रतीकों की सूची में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि चुनाव आयोग किसी भी गुट को सूची से बाहर का चिह्न आवंटित करेगा या नहीं। महाराष्ट्र विधायिका के पूर्व प्रधान सचिव अनंत कलसे ने कहा कि यह चुनाव आयोग के विवेक पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, "अगर दोनों में से कोई भी गुट चुनाव आयोग के फैसले से खुश नहीं है तो उन्हें इसे हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का अधिकार है।"
शिंदे कैंप ने इस मुद्दे पर रविवार की शाम को एक बैठक बुलाई थी। राज्य के उद्योग मंत्री और शिंदे गुट के प्रवक्ता उदय सामंत ने कहा, ''असली अन्याय हमारे साथ किया गया है। हम असली शिवसेना हैं क्योंकि हमारे पास बहुमत है। हम इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे। हम अब एक बैठक कर रहे हैं जिसमें हमारे नेता एकनाथ शिंदे नाम और प्रतीक पर निर्णय लेंगे।'' ऐसी अटकलें हैं कि शिंदे गुट चुनाव चिह्न के लिए तलवार, तुरही और गदा को अपना विकल्प मान रहा है। जहां तक पार्टी के नामों की बात है तो इस बात की संभावना है कि दोनों गुट एक ही विकल्प की सूची देंगे। शिंदे गुट चुनाव आयोग के सामने पेश किए जाने वाले विकल्पों में 'शिवसेना बालासाहेब ठाकरे' और 'शिवसेना बालासाहेब प्रबोधनकर ठाकरे' जैसे नामों पर भी विचार कर रहा है।