भोपाल
मैनिट परिसर के अंदर मौजूद बाघ टी-1234 ने शनिवार-रविवार की रात को चौथी बार एक गाय पर हमला किया है। पूर्व में वह एक बछड़ा व दो गाय पर हमला कर चुका है, जिसमें से एक की मौत हो चुकी थी। इस बार गाय के पिछले हिस्से में पंजे के निशान आए है, वह स्वस्थ्य है। डीएफओ आलोक पाठक का कहना है कि हमला बाघ द्वारा किया जाना प्रतीत हो रहा है लेकिन गाय को मामूली चोट आई है इसलिए पूरी तरह भरोसा नहीं कर सकते। आमतौर पर बाघ हमला करते हैं तो जख्मी करके ही छोड़ते हैं। ज्यादातर मामलों में मवेशियों की मौत हो जाती है। परिसर के अंदर एक सप्ताह से बाघ की मौजूदगी है। वन विभाग बाघ के स्वत: बाहर निकलने का इंतजार कर रहा है।
खुशीलाल अस्पताल की ओर से दाखिल हुआ है बाघ
यह तालाब खुशीलाल अस्पताल से सटा है और मैनिट की बाउंड्रीवाल के अंदर है। इसी क्षेत्र में बाउंड्रीवाल टूटी है, जहां से यह दाखिल हुआ है।
अभी 'वेट एंड वॉच' कर रहे
डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि अभी 'वेट एंड वॉच' की रणनीति अपना रहे हैं। टाइगर के मूवमेंट वाले स्थानों पर पिंजरे रखे हैं। ताकि, वह पिंजरों में आ जाए। दो-तीन दिन तक और देखेंगे। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे। रेस्क्यू भी कर सकते हैं।
अभी हॉस्टल में ही रहे स्टूडेंट्स
टाइगर के मूवमेंट के बाद मैनिट प्रबंधन ने स्टूडेंट्स को हॉस्टल में ही रहने को कहा है। उनकी ऑनलाइन क्लॉस ली जा रही है। मैनेजमेंट टाइगर के पकड़ में आने या बाहर चले जाने के बाद ही ऑफलाइन क्लॉसेस पर फैसला करेगा। बता दें कि मैनिट में करीब 5 हजार स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। वहीं, स्टॉफ समेत उनके परिजनों की संख्या करीब एक हजार है। कई लोगों ने गायें भी पाल रखी है। इन्हीं में से चार गायों पर टाइगर ने हमला किया है। नगर निगम ने यहां से गायों को पकड़ने की कार्रवाई की है। रहवासियों को चेताया गया है कि वे भी बाहर नहीं निकले और घर में ही रहे।
रैप कमरे की संख्या बढ़ाएंगे
बाघ इसकी सुरक्षा के लिए अलग-अलग स्थानों पर 10 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। मैनिट प्रबंधन के सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
50 वनकर्मी तैनात किए
इसकी सुरक्षा के लिए चार टीमें बनाई है। इनमें से दो दिन में व दो रात में गश्त कर रही है। इनमें 50 वनकर्मी शामिल है।