अनूपपुर
ठण्ड तथा शीतलहर के प्रकोप से नागरिकों को बचाव करने की अपील प्रभारी कलेक्टर श्री सरोधन सिंह द्वारा की गई है। उन्होंने कहा है कि ठण्ड के बढ़ने के साथ नागरिक आवष्यक होने पर ही घर से बाहर निकले। अगर बाहर जा रहे हैं तो शरीर को पूरी तरह से गर्म कपड़ों से ढक ले खासकर कान, गला, नाक व हाथ, पैर को कवर कर लें। सर्दी में प्यास कम लगती है इसलिए लोग कम पानी पीते हैं, लेकिन यह गलत है सर्दियों में खूब पानी पीना चाहिए। ठण्ड में दिनभर गर्म पानी पीएं। ठण्ड से बचने के लिए विटामिन सी का सेवन करें, इससे इम्युनिटी मजबूत होती है और ठण्ड का असर भी कम होता है। आप डाईट में संतरा, नीबू, मोसम्मी और आंवला शामिल करें। शीतलहर से त्वचा और बाल भी प्रभावित होते हैं। ठण्ड में त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। ऐसे में त्वचा पर मॉस्चराईज का इस्तेमाल करें। बालों को भी हल्का तेल लगाकर रखें।
अगर सर्द हवा से हाथ, पैर ज्यादा ठण्डे हो गए हैं तो रगड़ने के बजाए पैरों को थोड़ी देर गर्म पानी में रख लें। अगर हाथ, पैरों का रंग काला हो गया है तो तुरन्त डॉक्टर से सलाह लें। घर को पूरी तरह से बंद न रखें। थोड़ी एयर पास होने के लिए जगह रखें। घर में पर्याप्त वेंटीलेशन का होना जरूरी है। सर्दियों में हल्दी वाला गर्म दूध पीएं जिससे शरीर में गर्मी बनी रहे और इम्युनिटी भी मजबूत रहे। शरीर में गरमाहट लाने के लिए तुलसी, लौंग, अदरक और काली मिर्च से बनी चाय पीएं, इससे शरीर में तुरन्त गर्मी आएगी और सर्दी जुकाम भी दूर रहेगा। उन्होंने नागरिकों से शरीर में ऊष्मा के प्रवाह को बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार एवं गर्म पदार्थों के सेवन करने की भी अपील की है।