जबलपुर
अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया से जबलपुर आई महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, आर्किटेक्ट का काम करने वाली महिला कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया से मुंबई होते हुए जबलपुर आई थी, स्वास्थ्य विभाग ने महिला का टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला अपने घर पर ही आइसोलेट हो गई है। अब तक कोरोना के नये वेरिएंट के सामने आने के बाद जबलपुर में यह दूसरी महिला कोरोना संक्रमित सामने आई है, हालांकि अभी दोनों की जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि क्या दोनों महिलायें कोरोना के नये वेरिएंट से संक्रमित है।
कुछ दिन पहले भी विदेश से लौटी महिला मिली थी संक्रमित
अमेरिका से भारत लौटी एक महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से जबलपुर में हड़कंप मच गया था कोरोना के नए वैरिएंट की जांच हेतु महिला का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए डीआरडीओ लैब ग्वालियर भेजा गया है। कोरोना संक्रमित पाई गई महिला 23 दिसंबर को अमेरिका से दिल्ली पहुंची थी, इसके बाद वह आगरा होते हुए अपने पैरंट्स से मिलने जबलपुर के बिलहरी इलाके में आई, सर्दी-खांसी होने पर बुधवार 28 दिसंबर को उसने कोरोना टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट पाज़िटिव आई, जिसके बाद उसे घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया।
माता पिता का टेस्ट होगा
स्वास्थ्य विभाग ने महिला को घर में आइसोलेट किया गया है. साथ ही महिला का सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए ग्वालियर भेज दिया है. संचालक संजय मिश्रा ने बताया कि जबलपुर के उखरी में अपने माता-पिता के घर आई. महिला कोरोना पॉजिटिव आई है. अब उसे के बच्चों के साथ उसके माता-पिता का भी कोई टेस्ट कराया जाएगा.
पिछले दिनों मिली थी पॉजिटव
गौरतलब है कि पिछले दिनों भी एक अमेरिका से आई कोरोना पॉजिटिव निकली थी. जिसका दोबारा टेस्ट कराया गया था. कोरोना संक्रमित महिला 23 दिसंबर को अमेरिका से दिल्ली पहुंची थी. इसके बाद आगरा होते हुए, वे अपने पिता के साथ जबलपुर पहुंची थी. हालांकि बाद में जब महिला का टेस्ट कराया गया तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी.
नया वेरिएंट मचा रहा तबाही
कोरोना के नए वेरिएंट से पूरे विश्व में खलबली मची हुई है. वहीं विदेशों से लौटने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों में 11 सब-वेरिएंट मिल रहे है. इनमें सबसे ज्यादा मामले XBB और BQ.1.1 सब लीनिएज के हैं. इसके अलावा CH1.1, CH.1.1.1, BF.7.4.1, BB3, BQ1.122, BQ 1. 1.5 और BA.5, BQ 1.1 के लक्षण भी संक्रमितों में देखने को पाये गए हैं. वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि इन वेरिएंट पर भारतीय टीके का असर काफी ज्यादा प्रभावी है. इन वेरिएंट्स का संक्रमितों पर कोई खास असर देखने को नहीं मिला है.