इंदौर
प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में उस वक्त बड़ा हादसा हो गया, जब सीवरेज लाइन डालने के दौरान मजदूरों के ऊपर मिट्टी का ढेर गिर गया। हादसे की सूचना मिलते ही नगर निगम की टीम और पुलिस का अमला मौके पर पहुंचा, जहां पोकलेन मशीन की मदद से मजदूरों को गड्ढे से बाहर निकाला गया। हादसा इतना भीषण था कि, इसमें मृत मजदूर की गर्दन धड़ से अलग हो गई थी। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने जल कार्य समिति के प्रभारी अभिषेक बबलू शर्मा को घटनास्थल पर जाने की दिशा निर्देश दिए थे। साथ ही उन्होंने इस घटना की पूरी जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। वहीं अब महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मृत मजदूर के परिजनों को आर्थिक सहायता तो वहीं घायलों को भी आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा विगत दिवस मधुमिलन चैराहे के पास सीवर चेम्बर निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी धंसने से एक मजदूर की दुर्घटना स्थल पर मृत्यु होने पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के परिवार को राशी रुपए 3 लाख की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की गई। इसके साथ ही उक्त दुर्घटना में दो अन्य मजदूरों को भी 50-50 हजार सहायता राशि देने की घोषणा की गई। सोमवार को शहर के बीच सीवरेज लाइन डालने के दौरान बड़ा हादसा घटित हो गया था, जहां सीवरेज लाइन डालने के काम में जुटे मजदूरों के ऊपर मिट्टी का ढेर गिर गया था, जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई थी, तो वहीं दो मजदूर गंभीर घायल हुए थे। कुछ इस तरह हुआ दर्दनाक हादसा प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब शहर के बीच एक बड़ा हादसा घटित हो गया। दरअसल, यहां इंदौर नगर निगम द्वारा सीवरेज लाइन डालने का काम किया जा रहा था, तभी इस काम में लगे कुछ मजदूर मिट्टी धंसने के कारण गड्ढे में समा गए। 25 फुट गहरे गड्ढे में समाए इन मजदूरों में से दो मजदूरों को निकाल लिया गया, तो वहीं एक मजदूर की मौत हो गई। मिट्टी के नीचे दबे मृत मजदूर को निकालते समय उसकी गर्दन अलग होकर बाहर लटक गई। वहीं इस घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम और पुलिस बल मौके पर पहुंचा, जहां मजदूरों को निकालकर अस्पताल भिजवाया गया।