भोपाल
मध्यप्रदेश की राजधानी में अब मरीजों को पेरशान नहीं होना पड़ेगा। आयुष विंग में रोजाना करीब 500 मरीज पहुंचते है, जिन्हें अब तक AIIMS में दवाएं नहीं मिलती थी। लेकिन अब से AIIMS अस्पताल परिसर में ही दवाईयां उपल्ब्ध कराई जाएंगी।
एम्स के अमृत फॉर्मेसी में अब कई जीवन रक्षक के साथ-साथ कई गंभीर रोगों की दवाइयां उपलब्ध हो गयी है। अमृत फार्मेसी में कैंसर व हृदय रोग की दवाइयां आ गयी है। एम्स में एक कैंसर व एक हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति के बाद इन दोनों बीमारियों की रोगियों की संख्या बढ़ गयी है, एम्स प्रबंधन की अनुशंसा के बाद कैंसर व हृदय रोग से जुड़ी दवाइयाें की बड़ी खेप अमृत फार्मेसी में मंगवायी गयी है।
इसके साथ ही देवघर एम्स के अस्पताल में अलग-अलग के रोग के नियमित तौर पर मरीजों की भर्ती होने से भी दवाइयां व सर्जिकल आयटम की खपत बढ़ गयी है, इसके लिए अमृत फार्मेसी में दवाइयों का स्टॉक बढ़ा दिया गया है। अमृत फार्मेसी में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार रियायत दरों पर मरीजों को दवाइयां देने का प्रावधान है। एम्स के डॉक्टर की सलाह पर ही अमृत फार्मेसी में दवाइयां दी जाती है।