भोपाल
रायसेन जिले के ग्राम चांदामऊ में शंकर मंदिर, हनुमान मंदिर, देवी मंदिरी, ठाकुर बाबा का चबूतरा और श्मशान घाट जलमग्न होंगे तब सागर जिले के बीना के सैकड़ों गांवों में सिंचाई हो सकेगी।
दरअसल सागर जिले के बीना में बीना संयुक्त सिंचाई एवं बहुउद्देशीय परियोजना के लिए बेगमगंज के चांदामऊ गांव सहित कुल 48 गांव डूब क्षेत्र में आ रहे है। कलेक्टर रायसेन ने इस गांव के 136 भूमिस्वामियों को उनकी 4 हजार 498 वर्गमीटर जमीन बांध के लिए अधिग्रहित करने के लिए नोटिस जारी किया है।
इसमें एक वर्गमीटर में बना पक्का देवी मंदिर, 16 वर्गमीटर में बना ठाकुर बाबा का पक्का चबूतरा, 49 वर्गमीटर में बना पक्का टीन शेड वाला शमशान घाट, 49 वर्गमीटर में बना हनुमानजी का पक्का मंदिर, 4.84 वर्गमीटर में बना शंकरजी का पक्का मंदिर, साढ़े पांच वर्गमीटर पर बना ठाकुर बाबा का चबूतरा,203 वर्गमीटर पर बनी शासकीय पक्की आंगनबाड़ी, 2.13 वर्गमीटर पर बनी शासकीय पक्की पानी की टेंगी, 182 वर्गमीटर पर बना शासकीय प्राथमिक शाला का पक्का मकान सहित कुल 136 भूमिस्वामियों की जमीनें डूब क्षेत्र में आ रही है। इन सभी का यहां से विस्थापन किया जाएगा।
डूब क्षेत्र रायसेन में, पानी मिलेगा सागर के गांवों को
बीना की जो यह संयुक्त परियोजना के तहत पानी रोका जा रहा है उससे सागर जिले के बीना और अन्य स्थानों के सैकड़ों गांवो में पीने का पानी भी मिलेगा और गांवों में सिंचाई भी हो सकेगी। जबके रायसेन जिले के केवल तेरह गांवों को ही इसका फायदा होगा। जमीने रायसेन जिले के कई गांवों की इस परियोजना में डूब क्षेत्र में आ रही है।